बदलते मौसम में सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है जिससे हमारे शरीर फिट रह सके है। इस ब्लॉग में हम आपको आयुर्वेद से जुड़े शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाने के लिए कई प्राकृतिक और प्रभावी उपायों को बताएं है। इन उपायों को अपनाकर हम अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं और कई बीमारियों से बच सकते हैं। आयुर्वेद में शरीर को सशक्त और स्वस्थ रखने के लिए भोजन, जीवनशैली, हर्बल औषधियों, योग और ध्यान पर विशेष ध्यान दिया गया है। आइए, हम कुछ प्रभावी आयुर्वेदिक नुस्खे और उपायों के बारे में जानते हैं जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करेंगे
बदलते मौसम में ऐसे रखें सेहत का ख्याल
1. तुलसी
तुलसी को आयुर्वेद में सर्वश्रेष्ठ"रासायनिक औषधि" कहा जाता है। यह शरीर के प्राकृतिक प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत करने के लिए बेहद प्रभावी है। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो इंफेक्शन से बचाव में मदद करते हैं और हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता है तुलसी पत्ते के सेवन से शरीर में इम्युनिटी सिस्टम मज़बूत होता है ।
लाभ। - पाचन तंत्र में सुधार करता है।
इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत कर रोगों से लड़ने
में मदद करता है।
श्वसन तंत्र के लिए काफी फायदेमंद है।
उपयोग
1. तुलसी के पत्ते को पानी में उबालकर दिन में 2-3 बार पीने से इम्यूनिटी में सुधार होता है। जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाता है।
2. आप तुलसी का पेस्ट खाली पेट शहद के साथ ले सकते हैं, जो सर्दी-खांसी और अन्य वायरल रोगों एवं इन्फेक्शन से बचाता है।
2. गिलोय
गिलोय एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे "अमृता" भी कहा जाता है। यह शरीर के विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। गिलोय का उपयोग डिटॉक्सिफिकेशन और शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। बुखार एवं अन्य वायरल रोगों के लिए गिलोय का काढ़ा का सेवन करना सर्वोत्तम है
लाभ बुखार और संक्रमण से लड़ता है।
पाचनतंत्र में सुधार कर कब्ज जैसे रोगों से लड़ता ह
त्वचा के स्वस्थ्य में सुधार करता है
उपयोग
1. गिलोय का रस या चूर्ण दिन में 1-2 बार लें।
2. गिलोय का चूर्ण और अदरक साथ मिलाकर गर्म पानी में उबालकर पीने से सर्दी-जुकाम से राहत मिलती है।
3. आंवला
आंवला विटामिन C का खजाना है, और यह शरीर के इम्यून सिस्टम को तेज़ी से सक्रिय करता है। आंवला का सेवन करने से शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है जिससे हमारे शरीर के सेहत में सुधार होता है आंवला के नियमित सेवन से हमारे शरीर को काफी फायदेमंद होता है
लाभ - शरीर में विटामिन सी की कमी को दूर करता है
इम्युनिटी बूस्टर के रूप में काम करता है।
रोगों से लड़ने में मदद करता है।
उपयोग
1. आंवला का रस 1 चमच शहद के साथ दिन में 1 बार खाली पेट लें।
2. आंवला चूर्ण को दही, शहद, या गर्म पानी में मिला कर भी सेवन कर सकते हैं।
4. हल्दी
हल्दी में कर्क्यूमिन नामक तत्व होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट है। यह शरीर की इम्यूनिटी को सुधारने और सूजन को कम करने में मदद करता है। हल्दी को "सभी बिमारियों की मां" भी कहा जाता है। जो हमारे शरीर को सभी प्रकार के वायरल रोगों से लड़ने में मदद करती है हल्दी कैंसर जैसे रोगों से हमारे शरीर को बचाता है।
लाभ - सर्दी खांसी के लिए काफी फायदेमंद है।
वायरल जैसे रोगों से लड़ने में मदद करता है।
शरीर में इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करता है।
उपयोग
1. हल्दी वाला दूध (Golden Milk): एक कप गर्म दूध में आधे चम्मच हल्दी डालकर दिन में 1-2 बार पिएं।
2. हल्दी को शहद में मिलाकर भी खा सकते हैं, इससे इम्यूनिटी बढ़ती है और शरीर को ऊर्जा मिलती है।
5. त्रिफला चूर्ण
त्रिफला आयुर्वेद में एक प्रसिद्ध हर्बल मिश्रण है, जिसमें आंवला, बहेड़ा और हरड़ शामिल होते हैं। यह शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरुस्त करने के साथ ही पाचन क्रिया को भी सुधारता है। त्रिफला चूर्ण हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसकी सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
लाभ - शरीर में रोगों से लड़ने में मदद करता है।
पाचन तंत्र को मजबूत करता है ।
कब्ज जैसे रोगों को दूर करता है।
उपयोग
1. त्रिफला चूर्ण को रात में गर्म पानी के साथ सेवन करें। यह शरीर को डिटॉक्स करता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
6. शहद और अदरक
अदरक में अंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो शरीर को बीमारियों से बचाते हैं। शहद एक प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल एजेंट है। जो हमारे शरीर रोग एवं वायरल जैसे रोगों से बचाव करता है
लाभ - सर्दी खांसी और वायरल जैसे रोगों के लिए
फायदेमंद।
इम्युनिटी सिस्टम को बूस्ट करने में सक्षम।
श्वसन तंत्र के रोगों के लिए फायदेमंद।
उपयोग
1. अदरक का रस और शहद मिलाकर दिन में 1-2 बार लें। यह शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बेहतरीन है और खांसी, जुकाम में भी राहत देता है।
2. आप अदरक, नींबू और शहद का जूस भी बना सकते हैं।
7. संतुलित आहार
आयुर्वेद के अनुसार इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए सही आहार बहुत जरूरी है। अपने आहार में ताजे फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और प्राकृतिक मसाले जैसे अदरक, लहसुन, हल्दी, जीरा, और धनिया शामिल करें। अपनी सेहत में सुधार के लिए पौष्टिक भोजन का ज्यादातर
सेवन करें हो सके तो जंक फूड्स का सेवन लिमिट मात्रा में करे जिससे हमारे शरीर फिट रह सके।
लाभ - शरीर हमेशा फिट रहता है।
शरीर के सभी प्रकार के विटामिन्स को
पूर्ण करने में मदद करता है।
रोगों से लड़ने में सक्षम।
आहार टिप्स
1. प्रतिदिन गर्म पानी का सेवन करें।
2. फाइबर से भरपूर आहार (फल, हरी सब्जियाँ) लें।
3. प्रोबायोटिक्स (दही, छाछ) का सेवन करें, जो पाचन को सुधारता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है।
8. अश्वगंधा
अश्वगंधा एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है जो शरीर की शारीरिक और मानसिक क्षमता को बढ़ाता है। यह तनाव को कम करने और इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। अश्वगंधा पुरुषों के लिए काफी फायदेमंद होता है ये मर्दों में वीर्य बढ़ाने में मदद करता है ।
लाभ - इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करता है।
शरीर में वीर्य की मात्रा को बढ़ाता है।
रोगों से लड़ने में मदद करता है
उपयोग
1. अश्वगंधा चूर्ण को गर्म पानी में मिला कर दिन में 1-2 बार सुबह खाली पेट पिएं।
2. इसे खाली पेट दूध के साथ भी मिला के लें सकते हैं।
9. प्राणायाम और ध्यान
आयुर्वेद के अनुसार शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही जरूरी है। प्राणायाम (Breathing exercises) और ध्यान से मानसिक तनाव कम होता है और शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। योग और एक्सरसाइज सेहत को फिट रखने में काफी महत्वपूर्ण है इससे शरीर में हर प्रकार के रोगों से लड़ने में सक्षम होता है
लाभ - सेहत में सुधार करता है
इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करता है
बीमारीयों एवं वायरल जैसे रोगों से लड़ने
में मदद करता है।
उपयोग
1. रोज़ाना कपालभाति , अनुलोम-विलोम या भ्रामरी प्राणायाम करें।
2. ध्यान (Meditation) से मानसिक शांति मिलती है, जो शरीर की इम्यूनिटी को भी बढ़ाती है।
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