{ads}

6/recent/ticker-posts

विटामिन्स - की कमी से होने वाली रोग और उससे बचाव।

 

हमें पता है दोस्तो विटामिन्स की कमी शरीर में विभिन्न बीमारियों का कारण बन सकती है। विटामिन्स हमारे शरीर के सही कार्य के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं, और अगर इनकी कमी हो जाए तो कई गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। यहां मैं आपको विटामिन्स की कमी से होने वाली बीमारियों, उनके लक्षण, प्रकार और रोकथाम के बारे में विस्तृत जानकारी दे रहा हूँ।


[1.] विटामिन A की कमी

बीमारी का नाम: रात का अंधापन (Night Blindness)


लक्षण -


रात के समय देखने में समस्या होना 

आंखों में सूखापन, जलन और लालिमा

त्वचा का रूखापन और खुरदरापन (रैट्स)

संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है, खासकर आंखों में

   

प्रकार - 

प्रारंभिक:  शुरू में हल्की परेशानी होती है, जैसे रात के    समय अंधेरा अधिक महसूस होना।

  

गंभीर: अगर इलाज न किया जाए तो आंखों की रोशनी     पूरी तरह से खराब हो सकती है।


रोकथाम -

आहार:  गाजर, पालक, कद्दू, अंडा, दूध, लीवर।


सप्लीमेंट: विटामिन A सप्लीमेंट्स (डॉक्टर की सलाह से)


धूप: त्वचा के जरिए विटामिन A अवशोषित करने के लिए सूर्य की रोशनी में समय बिताना अच्छा होगा।



[2.] विटामिन B1 (Thiamine) की कमी

बीमारी का नाम: बेरी-बेरी (Beriberi)


लक्षण -


पैरों में सूजन और दर्द 

मांसपेशियों की कमजोरी महसूस होना

भूख कम लगना

थकान, चक्कर आना

तंत्रिका तंत्र की समस्याएँ

   

प्रकार -

सूखा बेरी-बेरी:  मांसपेशियों में कमजोरी, पैरों में दर्द, चलने में कठिनाई।

  

गीला बेरी-बेरी: दिल की समस्याएँ, सूजन, सांस लेने में कठिनाई।


रोकथाम -

आहार: साबुत अनाज, दालें, मांस, मुर्गा, अंडा, मांसाहारी उत्पाद।


सप्लीमेंट: B1 (Thiamine) सप्लीमेंट्स (डॉक्टर के निर्देशानुसार)


प्राकृतिक स्रोत: मूंगफली, खट्टे फल, हरी पत्तेदार सब्जियाँ।



[3.] विटामिन B12 की कमी

बीमारी का नाम: पर्निशियस एनीमिया (Pernicious Anemia)


लक्षण -


शरीर में कमजोरी और थकान होना 

मुँह और जीभ में जलन और सूजन

याददाश्त में कमी, मानसिक कमजोरी

सांस फूलना, चक्कर आना

त्वचा का पीला पड़ना

   

प्रकार  -

माइलोडिसप्लास्टिक: रक्त कोशिकाओं का निर्माण सही तरीके से नहीं हो पाता है।

  

माइक्रोसाइटिक: कोशिकाएं छोटी और असामान्य आकार की होती हैं।


रोकथाम -

आहार: मांस, मछली, अंडा, दूध, पनीर, दही।


सप्लीमेंट: B12 इंजेक्शन या टैबलेट्स।


स्रोत: शाकाहारी भोजन में B12 की कमी को पूरा करने के लिए Fortified (वर्धित) अनाज और सोया उत्पादों का सेवन करें।



[4.] विटामिन C की कमी

बीमारी का नाम: स्कर्वी (Scurvy)


लक्षण -


मसूड़ों से खून आना

मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी होना 

त्वचा पर नीले-नीले निशान (ब्रुइज़िंग)

हड्डियों में दर्द बढ़ना 

खांसी, जुकाम की समस्या बढ़ना ।

   

प्रकार -

हल्का: मसूड़ों में सूजन, कम खून आना।

गंभीर: हड्डियों में कमजोरी, बार-बार संक्रमण।


रोकथाम -

आहार: संतरा, नींबू, आंवला, टमाटर, शिमला मिर्च, पपीता।


सप्लीमेंट: विटामिन C के सप्लीमेंट्स (जैसे Celin, Nutricharge आदि)।


ध्यान: विटामिन C पाचन में मदद करता है, और इसे नियमित रूप से खाया जाना चाहिए।



[5.] विटामिन D की कमी

बीमारी का नाम -


रिकेट्स (Rickets) - बच्चों में हड्डियों की कमजोरी


ऑस्टियोमलेशिया (Osteomalacia)- वयस्कों में हड्डियों की नरमी और दर्द


लक्षण -


हड्डियों में दर्द, विशेषकर पैरों में

दांतों में कमजोरी, मुंहासे

बच्चों में टेढ़ी हड्डियाँ

जोड़ों में अकड़न और दर्द


प्रकार -


कैल्शियम अवशोषण में समस्या

सूर्य की कमी: पर्याप्त धूप नहीं मिलने के कारण विटामिन D अवशोषित नहीं हो पाता।


रोकथाम -


आहार: दूध, अंडा, मछली, टूना, सामन।

धूप: प्रतिदिन 15-20 मिनट धूप में रहना।

सप्लीमेंट: विटामिन D के सप्लीमेंट्स (जैसे Calcimax, D-Rise आदि)।



[6.] विटामिन E की कमी

बीमारी का नाम: न्यूरोमस्कुलर डिसऑर्डर (Neuromuscular Disorder)


लक्षण -


मांसपेशियों में कमजोरी

दृष्टि में कमी, अंधापन

तंत्रिका तंत्र में असमान्यताएँ

प्रकार -


तंत्रिका तंत्र की समस्या: नसों में सूजन, कमजोरी।

मांसपेशियों की कमजोरी: शरीर के ऊपरी हिस्से की मांसपेशियों में कमजोरी।


रोकथाम -


आहार: बादाम, सूरजमुखी के बीज, गेहूं का तेल, पालक, ऐवोकाडो।


सप्लीमेंट: विटामिन E की गोलियाँ (जैसे Evion)।



[7.] विटामिन K की कमी

बीमारी का नाम: हिमोफीलिया (Hemophilia) और खून का थक्का बनने की समस्या (Bleeding Disorder)


लक्षण -


चोट लगने पर खून का अधिक बहना

मसूड़ों से खून आना

घावों का जल्दी ठीक न होना


प्रकार -

खून का रुकना: खून का अधिक समय तक बहना, चोट पर खून का थक्का न बनना।


रोकथाम -

आहार: हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, ब्रोकोली), शलरी, मटर, ब्रोकली।


सप्लीमेंट: विटामिन K सप्लीमेंट्स (डॉक्टर के निर्देशानुसार)।


निष्कर्ष

शरीर में विटामिन्स की कमी को पूरा करने के लिए होम्योपैथी टेबलेट या कैप्सूल के अलावा प्रोटीन और विटामिन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक करें और समय समय पर शारीरिक जॉच जरूर करवाएं।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ