धातु (वीर्य) बढ़ाने के लिए पुरानी औषधियाँ और यूनानी औषधियों का प्रयोग धातु में किया जा रहा है। औषधियों का उद्देश्य पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाना, विशेषज्ञों की गुणवत्ता और संख्या, शारीरिक शक्ति और सहनशक्ति को बढ़ावा देना है। नीचे कुछ प्रसिद्ध और लचीली पुरानी दवाओं के बारे में जानकारी दी गई है, जिनमें धातु वृद्धि के अन्य उपयोग शामिल हैं:
[1.] (शिलाजीत)
- विवरण: शिलाजीत एक औषधीय खनिज है, जो प्राकृतिक रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है। यह लंबे समय से शारीरिक शक्ति, सहनशक्ति और यौन स्वास्थ्य को बढ़ाने के प्रयोग में लाया जा रहा है।- प्रयोग विधि:
- शिलाजीत को एक गिलास गर्म दूध के साथ दिन में एक बार लें।
- यह इलेक्ट्रॉनिक्स की गुणवत्ता और यौन ऊर्जा को पुनः प्राप्त करता है।
- फ़ायदा: यह शरीर को शक्ति, ऊर्जा और सहनशक्ति प्रदान करता है, साथ ही वैज्ञानिक उत्पाद भी प्राप्त करता है।
[2.] (अश्वगन्ध)
- विवरण: अश्वगंधा एक प्रमुख औषधि है जो तनाव को कम करती है, शरीर में ऊर्जा और सहनशक्ति को बढ़ाती है, और यौन शक्ति को बेहतर बनाने में मदद करती है।- प्रयोग विधि:
- 1 चम्मच अश्वगंधा चूर्ण को दूध में मिलाकर रात को सोने से पहले लें।
- यह स्कॉक की संख्या की पुष्टि करता है और पुरुषों में यौन शक्ति बेहतर है।
- फ़ायदा: यह टेस्टोस्टेरोन स्तर को बनाए रखता है, वीर्य की गुणवत्ता में सुधार करता है, और मानसिक तनाव को कम करता है।
[3.] (सफेद मूसली)
- विवरण: सफेद मूसली एक औषधि है जो आयुर्वेद में विशेष रूप से पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए प्रयोग की जाती है। यह इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों को बढ़ाने में मदद करता है।- प्रयोग विधि:
- 1 सफेद मूसली पाउडर को दूध के साथ हर दिन एक बार लें।
- यह धातु (वीर्य) को मजबूत और ताकतवर बनाने के लिए लाजवाब है।
- लाभ: यह संख्या में वृद्धि, यौन शक्ति और ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
[4.] (गोक्षुरा)
- विवरण: गोखरू एक औषधीय औषधि है जो शारीरिक शक्ति और शक्ति बढ़ाने के लिए जानी जाती है। यह यौन स्वास्थ्य में सुधार करता है और वकीलों की संख्या भी बढ़ाता है।- प्रयोग विधि:
- 1 शहद के साथ शहद का गोखरू पाउडर रोजाना सुबह और रात में लें।
- फ़ायदा: यह पुरुषों में यौन शक्ति को पुनः प्राप्त करता है, और ग्लूकोज़ की गुणवत्ता में सुधार करता है।
[5.] (त्रिफला)
- विवरण: त्रिफला आयुर्वेद का एक प्रसिद्ध मिश्रण है जो तीन प्रमुख औषधीय मिश्रण है - जड़ी बूटी, बिभीतकी और हरीतकी से बनता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और शरीर को पोषण प्रदान करता है।- प्रयोग विधि:
- 1 त्रिफला चूर्ण रात को सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ लें।
-सुधार: ट्राइफला पाचन और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है, जो ग्लूकोज की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करता है।
[6.] (विदारकन्द)
- विवरण: विदारीकंद एक औषधीय औषधि है, जो शरीर की शक्ति और ऊर्जा को बढ़ाती है। यह विशेष रूप से स्कॉर्पियो की संख्या और गुणवत्ता को बढ़ाने के उपयोग के लिए दिया गया है।- प्रयोग विधि:
- 1 बड़े विकेन्द्री आकृतियों को दूध में मिलाकर पूरे दिन में एक बार लें।
- फ़ायदा: यह वीर्य की पुनर्प्राप्ति है, शारीरिक शक्ति और सहनशक्ति को भी प्राप्त करता है।
[7.] (शतावरी)
- विवरण: शतावरी एक जड़ी बूटी है जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यह पुरुषों के लिए भी बहुत आकर्षक है। यह यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और शरीर को ताकत प्रदान करता है।- प्रयोग विधि:
- 1 मूल शतावरी के टुकड़ों को दूध में लंबाई।
- लाभ: यह शारीरिक शक्ति, सहनशक्ति और यौन ऊर्जा को बढ़ाता है, और उत्पादक उत्पादों को बढ़ावा देता है।
[8.] (केसर)
- विवरण: केसर एक महंगा मसाला है, जो न केवल भोजन में स्वाद और रंग जोड़ता है, बल्कि यह शारीरिक ऊर्जा और यौन शक्ति को भी प्राप्त करता है।- प्रयोग विधि:
- 2-3 केसर के रेशे में 1 चम्मच दूध में नमक मिलाएं।
- फ़ायदा: केसर वीर्य को दोहराया जाता है और पुरुषों के यौन स्वास्थ्य में सुधार लाया जाता है।
[9.] (मूंगफली और शहद)
- विवरण: मूंगफली और शहद का मिश्रण पुरानी घरेलू दवा है जो कि सब्जी बढ़ाने के लिए प्रभावी माना जाता है।- प्रयोग विधि:
- 1 मार्मिक शहद और 1 मार्मिक ताज़ी आटा कुल मिलाकर।
- फ़ायदा: यह वैज्ञानिकों की पुनर्प्राप्ति संख्या है और यौन शक्ति को मजबूत करती है।
[10.] (नागकेसर)
- विवरण: नागकेसर एक औषधीय औषधि है जो पुरुषों के यौन स्वास्थ्य की समस्याओं के लिए विशेष रूप से प्रयोग की जाती है। यह डॉक्टर की संख्या बढ़ाने में सहायक है।- प्रयोग विधि:
- 1 नागकेसर के रस को दूध के साथ लें।
- फ़ायदा: इससे डॉक्टरों की संख्या में सुधार होता है और यौन स्वास्थ्य में सुधार होता है।
[ सावधानियाँ ]
- इन औषधियों का सेवन एक विशेषज्ञ या आयुर्वेदाचार्य की सलाह से करें।- अधिक मात्रा में सेवन से परहेज, क्योंकि किसी भी औषधि का अधिक मात्रा में सेवन वर्जित हो सकता है।
- शरीर के अनुसार औषधियों का चुनाव करें और नियमित रूप से सेवन करें।
इन औषधियों का प्रभाव कुछ समय बाद दिखाई देता है, इसलिए धैर्य रखें और नियमित सेवन करें।
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